नर्मदापुरम जिले की पचमढ़ी में प्रतिवर्ष होने वाला नागद्वारी मेला अगस्त माह में आयोजित किया जाएगा। नागद्वारी मेला में सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर सोनिया मीना ने नागद्वारी मेला की तैयारी संबंधी बैठक में सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह नागद्वारी मेला क्षेत्र का भ्रमण कर मौजूदा आवश्यक व्यवस्थाओं का आकलन करें। मौजूद व्यवस्थाओं का जायजा ले एवं अन्य और क्या व्यवस्थाएं बढ़ाई जा सकती है इस पर विचार करें। कलेक्टर ने निर्देश दिए की मेला अवधि के दौरान पार्किंग, भोजन, वाहन, मेडिकल फैसिलिटी से संबंधित सभी आवश्यकताओं का आकलन कर तैयारी सुनिश्चित रखें ।
कलेक्टर सभा कक्ष में आयोजित बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोजान सिंह रावत ने बताया कि नागद्वारी मेला हर वर्ष भव्य स्वरूप में मनाया जाता है। मेला में 6 से 7 लाख श्रद्धालु आते हैं , उन सभी श्रद्धालुओं के लिए जिला प्रशासन, महादेव मेला समिति, कैंट, साडा द्वारा आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाती हैं। मेला में विभिन्न मंडल संस्थाएं भी आती है उनको सामान अलाट किया जाता है ।
कलेक्टर ने नागद्वारी मेला आयोजन से पूर्व पिपरिया एसडीएम संतोष कुमार तिवारी को निर्देश दिए कि वह 14 जून को मेला क्षेत्र विशेष रूप से जल गली से काला झाड़ ,जोड़ नाला, हनुमान गिरी, चित्र शाला, चिंतामणि गुफा, स्वर्गदार, पश्चिम द्वार, नागद्वारी एवं काजरी ग्राम का भ्रमण कर आवश्यक व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें ।
कलेक्टर ने कहा कि नागद्वारी मेला में आसपास के जिलों के श्रद्धालु आते हैं। उनकी सभी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति करना जिला प्रशासन का दायित्व है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधीक्षक यंत्री को निर्देश दिए कि मेला क्षेत्र में सड़क एवं पहुंच मार्ग सुगम हो, उन्होंने पीएचई विभाग को निर्देश दिए की पानी के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। जिन ऊंचाइयों पर पानी नहीं पहुंच रहा है, वहां भी पानी पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जाए। उन्होंने मेला क्षेत्र में आवश्यक पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संपूर्ण मेला क्षेत्र के आयोजन में पुलिस एवं होमगार्ड, केंट व साडा तथा राजस्व विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है । मेले क्षेत्र में बनी रेलिंग स्ट्रैक्चर की मजबूती की परखने के निर्देश कलेक्टर ने दिए।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व का क्षेत्र होने के चलते कुछ अनुमतियां उनसे लेनी है वह सभी अनुमतियां ले ली जाए । कलेक्टर ने कहा कि आवश्यक सामग्रियों की व्यवस्था करने के लिए टेंडर जारी किए जाते हैं। टेंडर की प्रक्रिया का पालन नियम अनुसार किया जाए। बताया गया कि इस बार वाहन पार्किंग होटल हाइलैंड, ओल्ड होटल के पीछे, न्यू होटल आदि जगह बनाने की कार्य योजना बनाई जा रही है। बताया गया कि बड़ी बसे पगारा एवं मटकुली तक ही जाएंगे वहां से छोटी बसो एवं अन्य वाहन से मेला क्षेत्र में श्रद्धालु जा सकेंगे ।
कलेक्टर ने जिला परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए की श्रद्धालुओं को बस किराया से संबंधित कोई भी दिक्कत ना हो। किराया सूची पहले से ही जारी कर दी जाए। जिप्सी वालों को एवं बस संचालकों को निर्धारित किराए पर ही सवारी ले जाने के लिए निर्देशित करें।
मेला क्षेत्र में होमगार्ड द्वारा कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। काजरी एवं जलगली सहित 13 पॉइंट पर स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद रहेगी, कोई भी आकस्मिक आपात चिकित्सा की स्थिति निर्मित होने पर मेडिकल टीम पूरी व्यवस्था संभालेगी। कलेक्टर ने जिला आपूर्ति अधिकारी को निर्देश दिए की वह गैस सिलेंडर की व्यवस्था मेला क्षेत्र में सुनिश्चित करें, जिस भी व्यक्ति को सिलेंडर की आवश्यकता होगी तो डिलीवरी गाड़ी से ही सिलेंडर संबंधित तक पहुंचाया जाए। पहले से ही सिलेंडरों का स्टॉक करके ना रखा जाए ।
सीईओ रावत ने ईपीएचई के अधीक्षण यंत्री निर्देश दिए की मेला क्षेत्र में ऐसी व्यवस्था करें कि पानी ऊपर मेला क्षेत्र तक चला जाए, पानी की टंकियो की कैपेसिटी भी बढ़ाई जाए। पानी लगातार चेक होता रहे। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के लिए 6 से 7 पॉइंट पर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई जाएगी।बैठक में कलेक्टर ने लाइट, पार्किंग ,भोजन स्वास्थ्य, अन्य सुविधाओं, एवं अन्य सभी व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया ।
बैठक में एस पी डॉक्टर गुरु करण सिंह, ए डी एम डीके सिंह, एसडीएम इटारसी टी प्रतीक राव, पिपरिया एसडीएम संतोष कुमार तिवारी जिला परिवहन अधिकारी श्रीमती निशा चौहान सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे ।
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